जंग लगने से कैसे रोकें? – How To Prevent Corrosion in Hindi

How To Prevent Corrosion जंग (Corrosion) को रोकने के लिए कुछ उपाय हैं जो धातुओं को जंग के प्रति सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं:

कोटिंग और पेंटिंग (Coating and Painting): धातु की सतह पर एक अच्छी कोटिंग या पेंटिंग लगाना जंग को रोकने का एक प्रमुख तरीका है। यह वातावरणीय प्रतिरक्षण प्रदान करता है और धातु को विकृति से बचाता है।

कैथोडिक प्रोटेक्शन (Cathodic Protection): इस तकनीक में, एक धातु को एक दूसरे धातु से इकट्ठा करने के लिए इंजीनियरिंग पद्धतियों का उपयोग किया जाता है ताकि जंग उस धातु से बचे।

धातुओं के मिश्रण (Alloying): कुछ धातुओं को अन्य धातुओं के साथ मिश्रित किया जा सकता है ताकि उन्हें जंग के प्रति अधिक सहिष्णुता हो।

धातु की स्थिति (Metal Condition): कभी-कभी, धातु को उच्च स्थिति में रखकर, जैसे कि शुद्धता और भूरी धातु की स्थिति, जंग को रोकने में मदद कर सकता है।

प्रतिरक्षणीय धातु (Corrosion-Resistant Alloys): कुछ धातुओं और धातु मिश्रणों को इसे रोकने के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाता है जो उच्च जंग सहिष्णुता प्रदान करते हैं।

धातु की स्थिति का नियामक (Environmental Control of Metal Condition): जंग को रोकने के लिए धातु की स्थिति को नियामित रूप से निगरानी में रखना महत्वपूर्ण है। यहां वातावरणीय प्रतिरक्षण, समुद्री जल या विभिन्न रासायनिक पदार्थों से धातु की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए जा सकते हैं।

इन उपायों का संयोजन करके, जंग को कम किया जा सकता है और धातुओं को जंग के प्रति सुरक्षित रखा जा सकता है।

जंग रोकने के तरीके

जंग (Corrosion) को रोकने के लिए विभिन्न तरीके हैं, जो निम्नलिखित हैं:

कोटिंग और पेंटिंग (Coating and Painting): धातु की सतह पर कोटिंग और पेंटिंग लगाना जंग को रोकने का सबसे सामान्य और प्रभावी तरीका है। यह धातु को वातावरणीय प्रतिरक्षण प्रदान करता है और उसे ऑक्सीजन, मिट्टी, और अन्य तत्वों से बचाता है।

कैथोडिक प्रोटेक्शन (Cathodic Protection): इस तकनीक में, धातु को एक इन्जेक्टेड धातु के साथ जोड़ा जाता है, जिससे यह जंग की भूमिका निभाता है और जंग को रोकता है।

धातु की आवर्त समाधान (Metal Surface Modification): धातु की सतह को विशेष रूप से संशोधित करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि नाइट्राइडिंग, कार्बोनाइजिंग, और नैनो-कोटिंग।

धातु की चयनित मिश्रण (Alloying): कुछ धातुओं को अन्य धातुओं के साथ मिश्रित किया जाता है ताकि जंग को रोकने के लिए उच्च सहिष्णुता प्रदान की जा सके।

धातु की स्थिति का नियामक (Environmental Control of Metal Condition): धातु की स्थिति को नियामित रूप से निगरानी में रखना, जैसे कि समुद्री जल और वातावरणीय प्रतिरक्षण, जंग को कम करने में मदद कर सकता है।

प्रतिरक्षणीय धातु (Corrosion-Resistant Alloys): इस तकनीक में, जंग के प्रति अधिक सहिष्णुता प्रदान करने के लिए विशेष धातु और मिश्रणों का उपयोग किया जाता है।

रूस्त स्थल (Rust Inhibitors): कुछ विशेष रूस्त स्थलों का उपयोग धातु की सतह पर लगाने से जंग को कम किया जा सकता है।

प्रबंधन और अनुभवी कर्मचारी (Management and Skilled Personnel): संबंधित प्रबंधन और अनुभवी कर्मचारी द्वारा जंग के संवेदनशील तत्वों का नियमित निगरानी में रहना भी महत्वपूर्ण है।

इन तकनीकों का संयोजन करके, जंग को कम किया जा सकता है और धातुओं को जंग के प्रति सुरक्षित रखा जा सकता है।

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धातु का प्रकार

धातुएँ विभिन्न प्रकार की होती हैं, जो अधिकतर उद्योगों और उपयोगों में उपयोग होती हैं। यहां कुछ प्रमुख धातुएं हैं:

लौह (Iron): लौह एक सामान्य धातु है जो धातुओं का एक मुख्य प्रकार है। स्थायिता, ताकत, और आपसी संरचना की दृष्टि से यह अद्वितीय है।

तांबा (Copper): तांबा एक अच्छी अवैद्यूतीय चुम्बकीय सुस्तता वाली धातु है जो विद्युतीय उपकरणों, ताकत के साधनों, और आभूषणों के लिए उपयोग होती है।

चाँदी (Silver): चाँदी एक वैज्ञानिक, रंगीन, और अवैद्यूतीय चुम्बकीय सुस्तता वाली धातु है जो आभूषण, सिक्के, और विद्युतीय उपकरणों में प्रयुक्त होती है।

स्वर्ण (Gold): स्वर्ण एक मुद्रा, आभूषण, और आर्थिक संवाद का माध्यम है जो अनेक समाजों में मौद्रिक प्रतीक भी है।

चुम्बक (Zinc): चुम्बक एक सामान्य मेटल है जो जंग से बचाव के लिए कोटिंग्स और अन्य उपयोगों में उपयोग होता है।

निकेल (Nickel): निकेल धातुएँ जंग से बचाव के लिए उपयोग की जाती हैं, साथ ही इसका उपयोग विद्युतीय उपकरणों, सोने चढ़ाव की रंगीनता में, और औद्योगिक उपयोगों के लिए किया जाता है।

प्लैटिनम (Platinum): प्लैटिनम एक अद्वितीय धातु है जिसका उपयोग आभूषण, औद्योगिक प्रक्रियाओं, और विद्युतीय उपकरणों के लिए किया जाता है।

ब्रास (Brass): ब्रास तांबे और चुम्बक के मिश्रण से बनी होती है और इसका उपयोग संगीत यंत्रों, आभूषणों, और अन्य उत्पादों में होता है।

लेड (Lead): लेड का उपयोग बैटरियों, सीसा बनाने, और रंगों में होता है। हालांकि, इसका अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है।

टाइटेनियम (Titanium): टाइटेनियम एक हल्की, सुस्त, और अद्वितीय मेटल है जो विमानन, रक्षा, नौसेना, चिकित्सा, और औद्योगिक उपयोगों में उपयोग होता है।

जंग क्या है?

“जंग” एक विज्ञानिक शब्द है जिसे हिंदी में “कोरोजन” कहा जाता है। यह एक प्रक्रिया है जिसमें धातुएं या उनके आधारित संयोजनों की सतह पर विद्युतीय, रासायनिक, या इतर प्रकार की प्रभावितता के कारण क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। यह धातु की सतह की प्रभावितता को कमजोर करके उसकी स्थिति को बिगाड़ सकता है

और उसे कमजोर बना सकता है। जंग सामान्यत: आबादी द्वारा उपयोग किए जाने वाले धातुओं की सतहों पर होती है, जैसे कि लोहा, ताम्र, इस्पात, आदि।

जंग के कारण, धातुएं या उनके यौगिक संयोजन अपनी सतह पर स्थित पर्यावरणीय प्रभावों के कारण धीरे-धीरे उसी धातु के अन्दर पिघल जाते हैं या करीबी क्षेत्रों को अपने साथ लेने लगते हैं, जिससे धातु का संकुचन हो जाता है और उसकी मजबूती में कमी होती है।

जंग लगने से कैसे रोकें?

जंग या कोरोजन से बचाव के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं. यहां कुछ प्रमुख उपाय हैं:

सुरक्षात्मक कोटिंग (Protective Coating): धातुओं की सतह पर एक सुरक्षात्मक कोटिंग लगाना जंग से बचाव का एक प्रमुख उपाय है। इससे सतह को वातावरणीय कटिबंधितता और कोरोजन के प्रभावों से बचाया जा सकता है।

गैल्वेनाइजेशन (Galvanization): धातु की सतह पर जिंक की परत चढ़ाना, जिसे गैल्वेनाइजेशन कहा जाता है, इसकी सतह को जंग से बचाने का एक प्रभावी तरीका है। जिंक की परत जंग को धातु से अलग रखती है और धातु को कोरोजन से बचाती है।

कार्याभार संरक्षण (Cathodic Protection): इस तकनीक में, एक अद्भुत धातु, जैसे कि मैग्नीशियम या अल्यूमिनियम, को धातु की सतह के साथ मिला दिया जाता है ताकि यह जंग की प्रभावितता को कम कर सके।

धातुओं का चयन: कुछ धातुएं, जैसे कि स्टेनलेस स्टील और कपर, स्वभाव से ही कोरोजन के प्रति सुरक्षित होती हैं। इन धातुओं का उपयोग जंग से बचाव के लिए किया जा सकता है।

रेजिस्टेंस संरक्षण (Resistance Protection): इस तकनीक में, सतह पर एक रेजिस्टेंट सतह लागू की जाती है जो जंग को रोकने में मदद करती है।

प्रतिरक्षण संरक्षण (Inhibitor Protection): कुछ रासायनिक या कार्बनिक यौगिकों का उपयोग करके जंग को रोकने के लिए रोगी धातु सतह पर एक तरल आवरण बनाया जा सकता है, जो जंग की प्रभावितता को कम करता है।

इन उपायों का संयोजन करके मेटल्स को कोरोजन से बचाया जा सकता है।

जंग रोकने के कितने तरीके होते हैं?

जंग रोकने के कई तरीके होते हैं, और ये उपाय धातुओं की कोरोजन से बचाव में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख तरीके हैं:

सुरक्षात्मक कोटिंग (Protective Coating): धातु की सतहों पर सुरक्षात्मक कोटिंग लगाना, जैसे कि पेंट, गैल्वेनाइजेशन, या अन्य कोटिंग, कोरोजन से बचाव के लिए किया जा सकता है।

गैल्वेनाइजेशन (Galvanization): धातु की सतह पर जिंक की परत चढ़ाना, जिसे गैल्वेनाइजेशन कहा जाता है, कोरोजन से बचाव के लिए एक प्रमुख तकनीक है।

कार्याभार संरक्षण (Cathodic Protection): इस तकनीक में, अद्भुत धातु, जैसे कि मैग्नीशियम या अल्यूमिनियम, को धातु की सतह के साथ मिला दिया जाता है ताकि यह जंग की प्रभावितता को कम कर सके।

धातुओं का चयन: कुछ धातुएं, जैसे कि स्टेनलेस स्टील और कपर, स्वभाव से ही कोरोजन के प्रति सुरक्षित होती हैं।

रेजिस्टेंस संरक्षण (Resistance Protection): इस तकनीक में, सतह पर एक रेजिस्टेंट सतह लागू की जाती है जो जंग को रोकने में मदद करती है।

प्रतिरक्षण संरक्षण (Inhibitor Protection): कुछ रासायनिक या कार्बनिक यौगिकों का उपयोग करके जंग को रोकने के लिए रोगी धातु सतह पर एक तरल आवरण बनाया जा सकता है, जो जंग की प्रभावितता को कम करता है।

इन तकनीकों का उपयोग करके जंग से बचाव किया जा सकता है और धातुओं की उम्र बढ़ाई जा सकती है।

निष्कर्ष

जंग से बचाव के लिए कई तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि सुरक्षात्मक कोटिंग, गैल्वेनाइजेशन, कार्याभार संरक्षण, और धातुओं के चयन का मौखिक कारण। इन तकनीकों का संयोजन करके मेटल्स को कोरोजन से बचाया जा सकता है और उनकी उम्र बढ़ाई जा सकती है। यह सतहों पर एक सुरक्षा परत बनाने के लिए मदद करता है जो उन्हें अनिर्दिष्ट पर्यावरणीय प्रभावों से बचाती है।

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